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Online company registration in India

Online company registration in India

प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की स्थापना भारत में व्यवसाय शुरू करने के लिए अत्यधिक अनुशंसित तरीकों में से एक है। इस प्रकार की कंपनी स्वामित्व पर रखे गए कुछ प्रतिबंधों के साथ अपने शेयरधारकों के लिए सीमित देयता प्रदान करती है। LLP में साझेदार ही व्यवसाय के मालिक होते है और वही व्यवसाय का प्रबंधन करते हैं। जबकि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पंजीकरण में, निदेशक और शेयरधारकों से अलग हो सकते हैं।

Company registration की जरुरत क्यों होती हैं?

कंपनी को पंजीकृत करने के कई फायदे हैं। कंपनी पंजीकृत करने से आपके व्यवसाय की प्रामाणिकता बढ़ती है, और ग्राहकों का विस्वास भी बढ़ता है। यह आपके व्यवसाय को आगे बढ़ने में मदद करता है –

  • जोखिम से होनेवाले नुकसान और उसके व्यक्तिगत देयता से बचाता है।
  • अधिक ग्राहक आकर्षित होते है।
  • विश्वसनीय निवेशकों से निवेश और बैंकों से क्रेडिट बड़े आसानी प्राप्त होता है।
  • आपकी कंपनी की संपत्ति की सुरक्षा के लिए देयता संरक्षण प्रदान करता है।
  • व्यवसाय की बढ़ने की और विस्तार की क्षमता को बढ़ाता है।
  • अधिक पूंजी का योगदान और व्यवसाय का स्थिरता बढ़ जाता है।

 कंपनी रजिस्ट्रेशन करने से पहले कंपनी नाम की जांच

कंपनी पंजीकरण में प्राथमिक चरणों में से एक यह सुनिश्चित करना है कि कंपनी का नाम पहले से ही किसी अन्य कानूनी इकाई द्वारा नहीं लिया गया है। आप MCA और ट्रेडमार्क डेटाबेस का उपयोग करके विशेष नाम की उपलब्धता की जांच करने के लिए एक कंपनी का नाम खोज सकते हैं।

अप्रूवल स्टेज में आपके पास तीन से चार कंपनी नाम तैयार रहना चाहिए, जिससे आप नाम उपलब्ध ना रहने पर दूसरे नाम से पंजीकरण के लिए सूचित कर सकते है। MCA द्वारा बनाये गए नियमों और विनियमों के आधार पर नाम को मंजूरी दिया जाता है।

यदि आपका पसंदीदा नाम पहले से लिया गया है, तो याद रखें कि आपका ब्रांड नाम आपकी कंपनी का नाम रख सकते है। हालाँकि, यदि आप अपना ब्रांड नाम ट्रेडमार्क करने जा रहे हैं, तो यह भी जाँच लें कि आपका ब्रांड नाम उपलब्ध है या कोई और ने पहले से ले लिया है।

कंपनी रजिस्ट्रेशन के लिए जरुरी दस्तावेज

भारत में प्राइवेट लिमिटेड कंपनी रजिस्ट्रेशन के लिए उचित आइडेंटिटी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ होना अनिवार्य है। कंपनी के सभी निदेशकों और शेयरधारकों के दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। नीचे सूचीबद्ध दस्तावेज हैं जो MCA द्वारा ऑनलाइन कंपनी पंजीकरण प्रक्रिया के लिए स्वीकार्य हैं।

Identity And Address Proof (पहचान और पता प्रमाण)

  • PAN Card or Passport की स्कैन किया हुआ कॉपी।
  • Voter’s ID/Passport/Driver’s License की स्कैन किया हुआ कॉपी।
  • नवीनतम बैंक स्टेटमेंट / टेलीफोन या मोबाइल बिल / बिजली या गैस बिल की स्कैन की गई कॉपी।
  • पासपोर्ट साइज फोटो की स्कैन की गई कॉपी और नमूना हस्ताक्षर (कोरा कागज पर हस्ताक्षर [केवल डायरेक्टर])

विदेशी नागरिकों के लिए, पासपोर्ट की एक apostilled या नोटरीकृत प्रतिलिपि अनिवार्य रूप से प्रस्तुत की जानी चाहिए। प्रस्तुत सभी दस्तावेज वैद्य/मान्य होने चाहिए। बैंक स्टेटमेंट या बिजली बिल जैसे निवास प्रमाण दस्तावेज 2 महीने से कम पुराने होने चाहिए।

Registered Office Proof

भारत में ऑनलाइन कंपनी पंजीकरण के लिए, कंपनी का भारत में एक पंजीकृत कार्यालय होना चाहिए। पंजीकृत कार्यालय में प्रवेश प्रमाणित करने के लिए, बिजली बिल की हाल ही में प्रतिलिपि या संपत्ति कर रसीद या पानी का बिल जमा करना होगा। किराये के समझौते, उपयोगिता बिल या बिक्री विलेख के साथ और कंपनी के पंजीकृत कार्यालय के रूप में कार्यालय का उपयोग करने के लिए उसकी सहमति के साथ मकान मालिक से एक पत्र प्रस्तुत किया जाना चाहिए।

  • नवीनतम बैंक स्टेटमेंट/टेलीफोन/बिजली बिल या गैस बिल की स्कैन कॉपी
  • अंग्रेजी में नोटरीकृत रेंटल एग्रीमेंट (किराये का अनुबंध)
  • संपत्ति के मालिक से अनापत्ति प्रमाण पत्र(No-objection certificate) की स्कैन की गई कॉपी
  • अंग्रेजी में विक्रय विलेख/संपत्ति विलेख की स्कैन की गई प्रतिलिपि (स्वामित्व वाली संपत्ति के मामले में)

Note: आपका रजिस्टर्ड ऑफिस आपका निवास स्थान भी हो सकता है। ऐसा जरुरी नहीं की वह कोई विशिष्ट व्यावसायिक जगह हो।

कंपनी रजिस्ट्रेशन प्रोसेस

आपके व्यवसाय को आगे बढ़ने के लिए रजिस्ट्रेशन करना जरुरी है। MCA (मिनिस्ट्री ऑफ़ कॉर्पोरेट अफेयर्स) कानून (law) के अनुसार बनाए गए नियमों और विनियमों के साथ कंपनी पंजीकरण प्रक्रिया को नियंत्रित करता है।

  • Step 1: DSC (Digital Signature Certificate) के लिए आवेदन।
  • Step 2: DIN (Director Identification Number) के लिए आवेदन।
  • Step 3: व्यवसाय नाम उपलब्धता जांचने हेतु आवेदन।
  • Step 4: प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पंजीकरण करने के लिए EMoa और eAoA दाखिल करना।
  • Step 5: व्यवसाय के लिए PAN और TAN के लिए आवेदन।
  • Step 6: PAN और TAN के साथ RoC द्वारा निगमन (incorporation) का प्रमाण पत्र जारी करना।
  • Step 7: कंपनी के नाम पर एक चालू बैंक खाता खोलना।

Nandeshwar Katenga

Nandeshwar Katenga is a dynamic figure in the digital world, combining a foundation in Computer Programming with a passion for Digital Marketing, Web/App development, Personal finance, and blogging. His diverse skill set creates a unique blend of expertise that sets him apart in the tech world.

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